निवाड़ी जिला मध्य प्रदेश में स्थित है। निवाड़ी जिले में कई तीर्थ स्थल हैं जहां पर देश-विदेश से लोग दर्शन के लिए आते हैं और यहाँ कई टूरिस्ट स्थल हैं, जहां पर बहुत सारे पर्यटक आते रहते हैं। यहां मुख्य मंदिर के अलावा अंजनी माता मंदिर, श्री श्री 1008 श्री ठाकुर जी का मंदिर, बड़ी माताजी मंदिर, जीत माता मंदिर, शिव मंदिर पोहा, ठाकुर बाबा मंदिर, छोटी माता मंदिर, शंकरगढ़ शिव मंदिर, शिव मंदिर इत्यादि मंदिर हैँ।
1- ओरछा फोर्ट – निवाड़ी के बेतवा नदी के तट पर स्थित ओरछा फोर्ट घूमने के लिए बहुत ही अच्छा स्थान है इसका निर्माण 16वीं शताब्दी में बुंदेला रुद्र प्रताप सिंह द्वारा किया गया था जिसे पूरा होने में कई साल लग गए। इस मंदिर मे ऐतिहासिक स्मारकों की संरचनाएं देखने को मिलती हैं। ओरछा फोर्ट में लाइट एंड साउंड शो भी ऑर्गेनाइज किया जाता है जिससे बहुत सारे पर्यटक यहां पर आते हैं। यहां पर विदेशी पर्यटकों का भी आना-जाना रहता है।
2- जहांगीर महल- जहांगीर महल ओरछा के प्रमुख पर्यटन स्थल में से एक है, यह महल 1598 में भारत भूषण द्वारा पूरा किया गया था यह स्थान मुगल वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है। इसमें विशालकाय गेट बना हुआ है और यहां पर घूमने के लिए कई स्थान है।
3- श्री रामराजा मंदिर ओरछा – रामराजा मंदिर ओरछा विश्व में प्रसिद्ध है, यहां भगवान राम को राजा के रूप में पूजा जाता है यह मंदिर वर्षों से पहले मधुकर शाह के लिए एक महल था जिसे बाद में भगवान राम के भव्य मंदिर के रूप में परिवर्तित किया गया है। यह मंदिर आज देश भर के श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के लिए आस्था का केंद्र बना हुआ है। यहां भारत के दर्शनार्थी लगभग 10 लाख के आसपास हैं और विदेशी पर्यटकों की संख्या 50000 से ज्यादा है। यहां भगवान राम से जुड़े त्योहार पर ज्यादा भीड़ होती है। मकर संक्रांति, बसंत पंचमी, शिवरात्रि, रामनवमी, कार्तिक पूर्णिमा, नाग पंचमी पर लाखों श्रद्धालुओं का आना होता है। यहां भगवान राम को राजा मानने के कारण प्रतिदिन सशस्त्र सलामी दी जाती है, इस मंदिर में प्रतिदिन एक गार्ड ऑफ ऑनर आयोजित किया जाता है। यहां का दृश्य बहुत ही अद्भुत और मनोरम होता है।
4- राजमहल ओरछा – निवाड़ी जिले के ओरछा का यह राजमहल पर्यटन का एक महत्वपूर्ण भाग है, यहां पर हजारों पर्यटक प्रतिदिन आते हैं। 17वीं शताब्दी में निर्मित यह राजमहल अपनी वास्तुकला और भव्यता के साथ-साथ खूबसूरती के लिए जाना जाता है महल में शानदार मीनार हैं और कलाकृतियों से भरपूर चित्र मौजूद हैं यहां पर आने वाले पर्यटकों तथा कला प्रेमियों के लिए यह राजमहल मनमोहक होता है।
5- ओरछा वन्य जीव अभयारण्य – ओरछा में घूमने के लिए ओरछा वन्य जीव अभयारण्य बहुत ही उत्तम स्थान है, जहां पर वन्य जीव को नजदीक से देखा जा सकता है। जो पर्यटक जीवों से प्रेम करते हैं जीवो को देखना चाहते हैं उनके लिए यह स्थान बहुत ही उत्तम है। 1994 में स्थापित यह 46 वर्ग किलोमीटर आकार में फैला हुआ है। इसमें आप तेंदुआ, बाघ, सियार, बंदर, मोर समेत विभिन्न जीव व प्रवासी पक्षियों की प्रजातियां देख सकते हैं, यहां का दृश्य बहुत मनमोहक होता है।
6- चतुर्भुज मंदिर- चतुर्भुज मंदिर निवाड़ी के ओरछा में स्थित है, यह ओरछा के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यह चतुर्भुज मंदिर भगवान विष्णु का मंदिर है। यह 1875 ईस्वी में गुर्जर प्रतिहार वंश के शासनकाल में निर्मित किया गया है। यह पूरी तरह से निर्माण नहीं है, मंदिर का एक बड़ा हिस्सा आज भी अधूरा है जो आज भी रहस्यमय है। इस मंदिर के लिए यह भी कहा जाता है कि मंदिर प्रारंभ में भगवान राम के लिए निर्माण किया जा रहा था जहां भगवान विष्णु की चार भुजाओं वाली मूर्ति ने खुद को स्थापित कर लिया और मंदिर को चतुर्भुज मंदिर के रूप में पहचाना जाने लगा था। इस मंदिर में दर्शन करने के लिए लाखों श्रद्धालु प्रतिवर्ष ओरछा आते हैं।
7- लक्ष्मी नारायण मंदिर – मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले में ओरछा स्थान में स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र है, यहां प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। इस मंदिर की सुंदर चित्रकारी मंदिर से जुड़ी हुई दिलचस्प बातें सभी को आश्चर्यचकित करती हैं। यहां तक की इस मंदिर में अभी तक लक्ष्मी माता की मूर्ति मौजूद नहीं है।
8- छतरियां – बेतवा नदी के तट पर स्थित छतरियां ओरछा के महाराजाओं की कब्रेँ हैं, जिससे ओरछा की समृद्ध विरासत और अतीत की भव्यता का प्रतीक भी हैं। इस जगह पर 14 छतरियां स्थित हैं। यह स्थान इनकी अलौकिक वास्तुकला व सुंदर कलाओं के कारण पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करती हैं। कहा जाता है इनका अच्छा आकर्षण का अनुभव तब होता है जब इसको विपरीत दिशा से देखा जाता है, क्योंकि वहां से इनके प्रतिबिंब को देखा जा सकता है जो की बहुत ही अद्भुत और मनमोहन होता है।
मध्य प्रदेश के निवाड़ी जिले में बहुत ही दर्शनीय और मनोरम दृश्य वाले स्थान हैं। यहां पर पर्यटकों का मनोरंजन होता है।