दतिया मध्य प्रदेश का एक जिला है। दतिया में कई धार्मिक स्थल और पर्यटक स्थल हैँ। जिनके बारे में हम आपको यहां बताते हैं।
1- श्री पीतांबरा पीठ – मां पीतांबरा देवी का मंदिर मध्य प्रदेश के दतिया जिले के राजगढ़ चौक के पास स्थित है। यह माता बंगलामुखी का मंदिर है। मां पीतांबरा का दार्शनिक स्थल दतिया में बहुत ज्यादा मान्य है। यहां प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। मां पीतांबरा का यह मंदिर कई मान्यताओं से परिपूर्ण है यहां की मान्यता के अनुसार जो भी यहां दर्शन करने आता है खाली हाथ नहीं जाता है माता सभी की मनोकामना पूर्ण करती हैं। इसके साथ-साथ यहां पर भगवान परशुराम मंदिर, माता सरस्वती मंदिर, हनुमान मंदिर, काल भैरव मंदिर और बटुक भैरव मंदिर जैसे कई दार्शनिक स्थल हैं। यहां पर बड़े राजनेता, फिल्मी हस्तियां तथा विदेशों से भी लोग दर्शन के लिए आते हैं। दतिया में स्थित माता बंगलामुखी का यह मंदिर विश्व प्रसिद्ध है।
2- बड़ी माता मंदिर – बड़ी माता मंदिर दतिया जिले में वीर सिंह देव महल के प्रवेश मार्ग पर स्थित है यह मंदिर अपनी भव्यता के लिए जाना जाता है इस मंदिर की दतिया तथा आसपास के क्षेत्र में अधिक मान्यता है।
3- बालाजी सूर्य मंदिर ऊनाव – मध्य प्रदेश के दतिया जिले से 18 किलोमीटर दूर उनाव मे बालाजी सूर्य मंदिर स्थित है। यह मंदिर सूर्य भगवान का मंदिर है, दतिया के लोगों में सूर्य मंदिर की बहुत सी मान्यताएं हैं। इस मंदिर में भगवान सूर्य की कोई मूर्ति नहीं है बल्कि सूर्य यंत्र स्थापित है यह सूर्य मंदिर एक महल जैसा बना हुआ है जिसमें भव्य प्रवेश द्वार है। इस मंदिर के गर्भ मे सूर्य यंत्र स्थापित है और उसके बिल्कुल सामने नदी है जहां जाने के लिए सीढ़ियों से नीचे जाना होता है। इस मंदिर की मान्यता है कि रविवार को नदी में स्नान करके सूर्य यंत्र पर जल चढ़ाया जाए तो चर्म रोग ठीक हो जाते हैं। यहां सूर्य मंदिर का दर्शन करने के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आते हैं।
4- रामसागर किला – रामसागर किला दतिया जिले के मुख्यालय से 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, यहां किले के साथ एक सुंदर तालाब का दृश्य देखने को मिलता है। खस्ताहाल हो चुके इस रामसागर किले के अवशेष बचे हुए हैं फिर भी यहां कलाकृतियां देखने को मिलती हैं यहां का दृश्य बहुत ही सुंदर लगता है। किले से सटे हुए तालाब का दृश्य भी बहुत ही मनोरम होता है यहां लोग पिकनिक के लिए आते हैं।
5- वीर सिंह देव महल – वीर सिंह देव का महल दतिया जिले में स्थित है यह एक पर्यटन स्थल के रूप में माना जाता है इस किले को मुगल व राजपूत की ऐतिहासिक कलाकृतियां एक साथ दिखाई देती है। इस महल का निर्माण 1620 में बुंदेली शासक वीर सिंह देव ने कराया था इस महल को कई अन्य नाम से भी जाना जाता है, जैसे सतखंडा महल, नरसिंह महल, पुराना महल या भूलभुलैया। यह दतिया शहर में ही स्थित है जहां जाने के लिए प्रति व्यक्ति शुल्क अदा करना होता है। यहां पर कई प्रकार की कलाकृतियां भी देखने को मिलती हैं। दतिया तथा आसपास के क्षेत्र का मुख्य पर्यटन स्थल है। यह महल पूर्ण रूप से पत्थर व ईंटों से बना हुआ है।
6- रतनगढ़ माता मंदिर- रतनगढ़ माता मंदिर दतिया मुख्यालय से 55 किलोमीटर दूर स्थित है। यह पवित्र स्थान घने जंगलों के बीच सिंध नदी के तट पर स्थित है यहां हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन के लिए आते हैं। रतनगढ़ में बहुत बड़ा मेला भी लगता है इस मेले में लाखों श्रद्धालु आते हैं। यह मंदिर ऊंचाई पर स्थित है।
7- सोनागिर मंदिर – दतिया जिले में सोनागिर जैन मंदिर शहर के मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर स्थित है। इस स्थान पर छोटे बड़े 100 से ज्यादा मंदिर निर्माण किए गए हैं। यह जैन धर्म के लोगों का प्रसिद्ध स्थल है। यहां प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। यहां का प्रमुख मंदिर श्री चंद्रप्रभु का है।
8 – गुप्तेश्वर धाम – गुप्तेश्वर धाम दतिया जिले के बडोनी में स्थित है यह बडोनी किले से लगभग 2 किलोमीटर दूरी पर स्थित है भगवान शिव का शिवलिंग है जो एक पहाड़ी पर स्थित है यहां के लोगों की मान्यता के अनुसार वह शिवलिंग निरंतर बढ़ता जा रहा है साथ में पहाड़ी भी बढ़ती जा रही है। ऊंचाई पर स्थित होने के कारण गुप्तेश्वर धाम जाने के लिए सीढ़ियों के मार्ग से जाना होता है। यह धाम दतिया के मुख्य पर्यटक स्थल में आता है।
मध्य प्रदेश के दतिया जिले में इन मुख्य स्थान के साथ-साथ कई प्रकार के अन्य पर्यटक स्थल भी हैं जिसमें कई मंदिर और पहाड़ियों इत्यादि हैं।